रैकवार के बेटे ने कहा पिता ने आत्महत्या नहीं की उनकी सोची समझी हत्या की गई है!


 पिपरिया-PG कालेज के पूर्व कर्मचारी राजेश रैकवार ने कालेज प्राचार्य राजीव माहेश्वरी एवं उनके साथियों की प्रताड़ना से तंग आ कर ट्रेन के सामने आ कर पिपरिया में आत्म हत्या कर ली है।इस घटना के पहले रैकवार ने पत्रकारों एवं अधिकारियों को 15 पेज का सुसाइड नोट लिख कर पिपरिया के PG कालेज प्राचार्य राजीव माहेश्वरी एवं उनके इर्द गिर्द बैठे कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे।रैकवार ने इस पत्र में अपनी मौत का ज़िम्मेदार राजीव माहेश्वरी एवं उनको कालेज में घेरे तथाकथित चौकड़ी को करार दिया है।इसी पत्र में रैकवार ने PG कालेज के अंदर चल रही अनैतिक गतिविधियों की भी जानकारी लिख कर प्राचार्य माहेश्वरी को कालेज का माहौल ख़राब करने तक का ज़िम्मेदार बताया है।पिता की मौत पर रैकवार के बेटे जबलपुर निवासी निशांत रैकवार का कहना है की उनके पिता इतने कमजोर नहीं थे की वह आत्म हत्या कर ले उनको कालेज के प्राचार्य एवं उनके साथियों द्वारा काफ़ी दिनो से लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था।पापा कहते थे की मैं अपने लिए न्याय की लड़ाई पिपरिया के प्रभावशाली लोगों से लड़ रहा हूँ।किसी भी दिन यह लोग मेरे साथ कुछ भी अनहोनी कर सकते है।निशांत रैकवार ने pipariyapeoples.com से विशेष बातचीत में कहा की हमें कभी नहीं लगा की उनके साथ ऐसा हादसा हो जाएगा।मेरे पिता की मौत की जाँच हत्या के एंगल से भी की जानी चाहिए।परंतु अब तो मैं और मेर परिवार पिता को खो चुका हूँ।परंतु जिन्होंने मेरे पिता की हत्या की है उनको मैं छोड़ूँगा नहीं।निशांत के अनुसार पिता ने जो पत्र अपने विभाग सहित पत्रकारो को भेजे है।हम लोग भी उसी आधार पर पिता का क्रिया कर्म करने के बाद पुलिस एवं सरकार के पास न्याय माँगने जाएँगे।

स्थानीय GRP गंभीर नहीं

पिपरिया स्टेशन पर हुई इस घटना को लेकर पिपरिया GRP गंभीर नहीं दिख रही है।रैकवार के बेटे निशांत ने कहा की जब हमारे रिश्तेदार पिता की देह लेने पिपरिया आए तो GRP ने बहुत फुर्ती करते हुए देह को सौंप दिया।GRP से आए प्रधान आरक्षक का कहना था की सुबह 9 बजे मेरी ड़ीयूटी ख़त्म हो रही है मेरे को जाना है।फटाफट पोस्ट मारट्म भी कर दिया गया।बेटे निशांत का कहना है की हो सकता है पिपरिया के प्रभावशाली लोगों के कारण GRP ऐसा बर्ताव कर रही हो।इस मामले की जाँच कर रहे प्रधान आरक्षक हरीओम चौधरी ने बताया की शव की तलाशी ली गई परंतु कोई भी पत्र या सुसाइड नोट नहीं मिला है।जबकि रैकवार को जानने वालो के अनुसार उनके पास उक्त सुसाइड नोट की एक कापी जेब में रहा करती थी।अब इस पूरे मामले में देखना है की निष्पक्ष जाँच हो पाती है या नहीं।

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