बदमाशों को पकड़ने मैदान में उतरे SP,रात को घर में ही मिला ज़िला बदर बदमाश!


पिपरियाः-इलाक़े में बदमाशों की बढ़ती दहशत को ख़त्म करने के लिए ज़िला पुलिस कप्तान Dr.गुरुकरन सिंह बार बार पिपरिया के पुलिस स्टाफ़ को हिदायत दे रहे थे।परंतु उनकी इस हिदायत पर कोई भी कड़ी और बड़ी कार्यवाही होती नहीं दिख रही थी।दूसरी ओर आम जनता SP साहब को वट्सऐप के ज़रिए पिपरिया के बदमाशों के कारनामे मय वीडियो और ओडियो के भेजे जा रही थी।जनता में सुरक्षा की भावना पैदा हो और पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े इसके लिए पुलिस कप्तान ने स्वयं मैदान में उतर कर एक विशेष टीम बना बदमाशों की धरपकड़ और चैकिंग शुरू कर दी।रात के अंधेरे में क़रीब 12 बजे शुरू हुए इस अभियान में SP एवं पुलिस टीम को दबिश के दौरान बदमाश मोनू ठाकुर निवासी स्टेशन रोड थाना अपने घर में ही सोता हुआ मिल गया।मोनू हाल ही में हत्या के मामले में ज़मानत पर छूटा था तो वही वर्तमान में कलेक्टर नर्मदापुरम के आदेश पर ज़िला बदर चल रहा था।SP सिंह को लगातार इसके पिपरिया में होने के साक्ष्य मिल रहे थे।परंतु कुछ स्थानीय पुलिसकर्मियों की मेहरबानी से इसे नहीं पकड़ा जा रहा था।जैसे ही SP गुरुकरन सिंह को इनपुट मिला की मोनू पिपरिया में अपने घर पर ही है।उसी रात उन्होंने स्वयं पिपरिया पहुँच कर उसे स्पेशल पुलिस टीम से पकड़वाया।वही पिपरिया के बदमाशों के लिए SP की सख़्त कंबिंग गश्त में रितिक वंशकार एवं शारुख़ खान को आर्मस एक्ट में पकड़ा गया है।थाना मंगलवारा में बदमाश आकाश बाथरे से देशी कट्टा एवं 4 कारतूस, नीतेश वंशकार एवं सूरज उर्फ़ डंकि कहार से भी कई हथियार पकड़ाए है।कई स्थाई वारंटियों को भी पकड़ा गया है।पुराने बदमाशों को भी इस दौरान चेक किया गया है।SP के विशेष अभियान में पकड़ाए सभी बदमाशों को जेल भेज दिया गया है।

-:क्या मोनू को ख़बर देने वाले पुलिसकर्मीयो पर होगी कार्यवाही-:

सूत्रों की माने तो मोनू जब से ज़िला बदर किया गया है वह अधिकतर समय पिपरिया में ही काट रहा था।इसके पहले भी पुलिस ने उसे कई बार पकड़ने का प्रयास किया परंतु थाने से उसे पकड़ने की योजना हर बार लीक हो ज़ाया करती थी।जिसके कारण वह मौक़े पर नहीं मिलता पाता था।परंतु इस बार स्वयं SP गुरुकरन सिंह के नेतृत्व में चले धर पकड़ अभियान की ख़बर लीक नहीं हुई जिसके परिणामस्वरूप मोनू को पकड़ा जा सका।सूत्र कहते है की मोनू के पास मिले मोबाइल नम्बर की यदि सूक्ष्म जाँच हो तो थाने में पदस्थ उसके सहयोगियों का पता SP लगा सकते है।

No comments

Powered by Blogger.