ज़िला अध्यक्ष कार्यालय में “नर्मदापुरम”के बोर्ड से परहेज!


नर्मदापुरम। सूबे की शिवराज सरकार एवं केंद्र सरकार ने आम जनता की माँग पर होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम कर दिया है।पिछले कई दशकों से यह माँग दोनो सरकारो के पास लम्बित थी।परंतु इसे फ़रवरी में मूर्त रूप दिया जा सका।केंद्र एवं राज्य सरकार ने अपने अपने गजट में नोटिफ़िकेशन के ज़रिए होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम करने की घोषणा की थी।जिसके बाद राज्य-केंद्र सरकारो ने अपने कार्यालयो की नाम पट्टिकाओ में ज़िले एवं शहर का नाम नर्मदापुरम कर दिया था।परंतु ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय में लगा बोर्ड अभी भी ज़िले का नाम होशंगाबाद ही दर्शा रहा है।ज़िला अध्यक्ष सत्येंद्र फ़ौजदार के निजी कार्यालय से ही कांग्रेस की गतिविधियाँ एवं बैठकों का आयोजन किया जाता है।जिसमें बैठक कक्ष में लगे बोर्ड में ज़िला कांग्रेस कमेटी होशंगाबाद का उल्लेख देखा जा सकता है।ज़िला अध्यक्ष कार्यालय में रोज़ाना होने वाले कार्यक्रमों के फ़ोटो भी सोशल मीडिया पर डाले जाते है।ज़िला अध्यक्ष के सोशल मीडिया अकाउंट पर होशंगाबाद के बोर्ड वाली फ़ोटो देखी जा सकती है।आज ही ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय में हनुमान जन्मोत्सव का कार्यक्रम मनाया गया।इस कार्यक्रम की फ़ोटो स्वयं फ़ौजदार ने साँझा करते हुए पोस्ट की है।जिसमें होशंगाबाद के नाम का बोर्ड देखा जा सकता है।मामले में भाजपा नेताओ का कहना है की कांग्रेस को शुरू से ही होशंगाबाद नाम से प्रेम रहा है।जबकि सभी शासकीय ग़ैर शासकीय संस्थाओ ने नर्मदापुरम नाम को अपना लिया है।परंतु कांग्रेस होशंगाबाद के नाम का अपना मोह नहीं त्याग पा रही है।

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