भगवान भरोसे चल रही पिपरिया की क़ानून व्यवस्था, मतलब अपने सामान की स्वयं करे सुरक्षा!

पिपरियाः-इलाक़े की क़ानून व्यवस्था इन दिनो भगवान भरोसे चलती नज़र आ रही है।शहर में भय और अराजकता का माहौल निर्मित किया जा रहा है।स्थिति इस हद तक आ गई है की अब तो अवैध वसूली तक के फ़ोन एवं मेसेज किसी भी पल आपके मोबाइल पर आ जाए तो कोई आश्चर्यजनक बात नहीं होगी।परंतु इसके बाद भी स्थानीय पुलिस अधिकारी इलाक़े में अमन-चैन क़ायम रहने की दुहाई और झूठे आँकड़े रोज़ाना आला पुलिस अधिकारियों के सामने पेश करने से बाज नहीं आ रहे है।हाल ही में पचमढ़ी रोड स्थित ज़िला सहकारी बैंक के सामने से घोग़री निवासी जगदीश गुर्जर की मोटर साइकिल पर पैसो से भरे हुए बैग पर चोरों ने हाथ साफ़ कर दिया।किसान मंडी में अपनी गेंहु की 83 क्विंटल फसल बेंचने का क़रीब 1 लाख 23 हज़ार रुपया ले कर जा रहा था।रास्ते में वह ज़िला सहकारी बैंक के सामने पानी पीने के लिए रुका तभी उसकी दुपहिया वाहन से अज्ञात चोर वह बैग ले कर रफ़्फ़ु चक्कर हो लिए।किसान ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद स्टेशन रोड पुलिस ने चोरी का प्रकरण दर्ज कर मामला जाँच में लिया है।किसान ने बताया कि वह सीमेंट रोड स्थित अनाज व्यापारी हरीशंकर मोहन लाल फ़र्म से अपना नगद भुगतान ले कर गया था।

-: निजी CCTV के भरोसे लकीर पीट रही पुलिस-:

हर बार की तरह इस बार भी किसी बड़ी घटना के बाद पुलिस इलाक़े के निजी CCTV कैमरों के भरोसे संदिग्धो की तलाश करने का दम भरती नज़र आ रही है।परंतु पुलिस की इस कसरत से इलाक़े में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे है।मंगलवार को स्टेशन रोड पुलिस ने मुख्य बाज़ार इलाक़े के कई निजी CCTV को चेक किया।जिसमें कुछ भी सुराख़ नहीं मिल पाया है।वही पुलिस की इस क़वायद को मंगलवारा चौक पर देखने वाले आम आदमी के अनुसार हर बार की तरह पुलिस जनता के सामने लकीर की फ़क़ीर बनने का दिखावा कर रही है।इससे कुछ होने वाला नहीं है।

-:पुराने अपराधियों को नहीं पहचानता नया स्टाफ़-:


इलाक़े के पुराने आदतन अपराधियों को आज कल के नए पुलिस वाले पहचानते ही नहीं है।इससे ऐसी अपराधीयो के ख़िलाफ़ कार्यवाही नहीं हो पाती है।अधिकांश तो पुराने अपराधी एवं पुलिसकर्मी एक साथ एक दुकान पर चाय पी कर अपने अपने रास्ते चल देते है परंतु पुलिसकर्मी उन्हें पहचानते तक नहीं है।आम नागरिकों की माँग है की मैदान में काम करने वाले ऐसे पुलिसकर्मीयो को तैनात किया जाए।जो हिस्ट्री शीटर बदमाश को भली भाँति पहचानते हो।

-:अपराध ही दर्ज नहीं करती पुलिस-:

इलाक़े की स्थिति ऐसी है की पुलिस मूल अपराध ही दर्ज नहीं कर रही है।मंगलवारा थाना इलाक़े में कई घरों के अंदर से दिन दहाड़े मोबाइल चोरी गए है।परंतु पुलिस थाने से ऐसे फरियादियो से सादे आवेदन लेकर भगा दिया करती है या फिर मोबाइल ग़ुमने की रिपोर्ट दर्ज करती है।जबकि मोबाइल चोरी का मामला होने के बाद भी पुलिस द्वारा इसे दर्ज नहीं करना कही न कही भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है।वही दूसरी ओर आम आदमी की इतनी हिमाक़त नहीं होती की वह पुलिस के ख़िलाफ़ शिकायत करने की सोचे।इसी के चलते पुलिस द्वारा मोबाइल चोरी को मोबाइल गुमने की कहानी गढ़ी जा रही है।

-:मंडी में फिर होगी गैंगवार-:

पिपरिया कृषि उपज मंडी इन दिनो एक बार फिर अपराधियों के लिए कुबेर का ख़ज़ाना साबित हो रही है।मंडी में तुलाई भराई से लेकर अन्य कामों में आपराधिक तत्व भारी कमाई कर रहे है।जिसका हिस्सा रंगदारी के रूप में कमाया जा रहा है।

इसके पहले भी पिपरिया कृषि उपज मंडी में होने वाली बम्पर कमाई के लिए कई बार खूनी संघर्ष एवं लड़ाई हो चुकी है।इस बार यह लड़ाई काफ़ी बड़े स्तर पर होने वाली है परंतु इसके बाद भी पुलिस के पास इसकी कोई भी जानकारी नहीं है।जनता  कहना है की पुलिस को ख़ुफ़िया जानकारी जुटाने का ज़िम्मा मिला हुआ है।परंतु पुलिस ऐसा नहीं करती है तो इसके लिए पुलिस ka स्थानीय नेतृत्व ज़िम्मेदार होता है।

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