नर्मदा के तट पर होने वाले कार्यक्रमों पर रोक,बाँकी सब चल रहा बेरोक टोक!


पिपरिया:-आने वाले शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा पर माँ नर्मदा के तटों पर आयोजित होने वाले मेलों एवं स्नान पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है।प्रशासन का तर्क है की कोरोना है इसके चलते मेलों का आयोजन एवं भीड़ जुटाने वाले कार्यक्रम नहीं हो सकते है।वही दूसरी ओर यही प्रशासन राजनीतिक आयोजन पर अपनी आँखे बंद कर लिया करता है।आम जनता का कहना है की क्या कोरोना केवल नर्मदा तट पर घूम रहा है जो यंहा आने वाले लोगों को पकड़ लेगा।जनता की माँग है की जब हर तरह के कार्यक्रम जुलूस-जलसे निकल सकते है तो फिर नर्मदा तटों पर आयोजित मेलों पर प्रतिबंध क्यों लगाया जा रहा है।वही प्रशासनिक भेदभाव के इस रवैया से दुखी नर्मदा भक्तों का कहना है की यदि रोक लगाई जा रही है तो फिर सभी आयोजनो पर लगाई जाए नहीं तो माँ नर्मदा के तटों पर भी कार्यक्रम आयोजित होने दिए जाए।गौरतलब है कि कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों भक्त माँ नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाने जाएँगे परंतु प्रशासन ने बैठक कर आदेश जारी कर दिया है की इस बार नर्मदा तटों पर लगने वाले मेले नहीं लगाए जाएँगे।अधिकारियों के इस निर्णय से माँ नर्मदा के भक्तों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।

छोटे दुकानदार भी परेशान

कार्तिक पूर्णिमा पर नर्मदा तटों पर मेले का आयोजन किया जाता है।इस दिन कई विशाल भंडारे भी आयोजित किए जाते है।परंतु मेले स्थगित करने के आदेश से उन छोटे छोटे दुकानदारो को बहुत परेशानी होगी जो मेले के हिसाब से ख़रीदी कर चुके है।ऐसे दुकानदारों का कहना है की ज़िम्मेदारो को फिर से विचार करना चाहिए।

जनप्रतिनिधियो से नहीं ली सलाह

वही प्रशासन ने बैठक कर मेले को प्रतिबंधित करने का निर्णय स्वयं ले लिया है।परंतु इस निर्णय से ज़नप्रतिनिधियो को अवगत नहीं कराया गया है।दूसरी ओर ज़नप्रतिनिधि भी राजनैतिक कार्यक्रमों में इतने व्यवस्त है की उन्हें ऐसे किसी भी निर्णय की जानकारी ही नहीं है।

No comments

Powered by Blogger.