“पलिया”ने दिखाया किसान नेताओ को आईना!

पिपरिया:-मूंग ख़रीदी में हो रहे भारी भ्रष्टाचार एवं किसानो के शोषण से दुखी इलाक़े के उन्नत किसान माने जाने वाले राजा पलिया ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए काफ़ी तल्ख़ टिप्पणी की है।

राजा पलिया ने लिखा है की किसान के साथ मूंग ख़रीदी में जिस हद तक जा कर शोषण एवं भ्रष्टाचार किया जा रहा है वह बेहद शर्मनाक है।सरकारी मूंग ख़रीदी में कोई किसान से पैसे माँग रहा है तो कोई प्रति क्विंटल मूंग रिश्वत में माँग रहा है।राजा पलिया ने सबसे ज़्यादा नाराज़गी इलाक़े के उन तथाकथित किसान नेताओ के प्रति जताई है जो हर कही किसान नेता का तमग़ा ले कर अपनी राजनीति तो चमकाते है परंतु किसान पर आए संकट के समय नदारद रहा करते है।पलिया का आरोप है की व्यापारी, सरकार,अधिकारी,विपक्ष सबने मिल कर किसान को लूटने की दुकाने खोल रखी है।ग़ौरतलब है कि मूंग ख़रीदी में परेशान किसान की बात कोई भी तथाकथित किसान नेता नहीं उठा रहा है।जबकि इलाक़े में हर कोई अपने आप को किसानो का मसीहा बताते हुए नहीं थकता है।



मुख्यमंत्री-कृषि मंत्री से की अपील

राजा पलिया ने मूंग ख़रीदी में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं कृषि मंत्री कमल पटेल से अपील करते हुए कहा है की इस भ्रष्टाचार के सिस्टम को बंद करा दीजिए जो किसान को परेशान करता है।

मै किसी पार्टी से नहीं,शुद्ध किसान हूँ: राजा

पिपरिया-बनखेड़ी की राजनीति में अपना ख़ास प्रभाव रखने वाले उन्नत किसान राजा पलिया ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट को लेकर कहा की उनकी भावना शुद्ध किसान वाली है।क्षेत्र के किसान आ कर जब मूंग ख़रीदी में चल रहे भ्रष्टाचार की बात बताते है तो मेरा खून खौल जाता है।मै किसी राजनैतिक दल का सदस्य नहीं हूँ परंतु क्या किसान की समस्या उठाने के लिए आपको नेता या दल का सदस्य होना ज़रूरी है।किसान बहुत परेशान है।उसको ओर ज़्यादा परेशान नहीं किया जाना चाहिए।सभी किसानो को एकजुट हो कर भ्रष्टाचार के इस सिस्टम से लड़ना चाहिए।गौरतलब है कि 2003 के विधान सभा चुनाव में राजा पलिया पिपरिया विधानसभा में काफ़ी निर्णायक साबित हुए थे।आज भी राजा के चाहने वाले पिपरिया विधानसभा के हर मतदान केंद्र में मिल ज़ाया करते है।

No comments

Powered by Blogger.