बिल वसूली के नाम पर किसानो की सम्पत्ति कुर्क करने वाला विधुत मंडल लाइट कटौती पर मौन क्यों है!


पिपरिया:-किसान यदि बिजली का बिल देने में ज़रा भी देर कर दे तो विधुत मंडल उसे बकायादारडिफ़ॉल्टर की लिस्ट में डाल दिया करता है।बड़ा बिल वसूली के नाम पर किसानो के ट्रेक्टर-दुपहिया वाहन कुर्क करने के लिए मंडल अधिकारी बंदूक़धारियों को अपने साथ ले कर किसान के घर पहुँच ज़ाया करते है।परंतु जब किसान के खेत और गाँव में बिजली की बेतहाशा विधुत कटौती होती है तो मंडल के अधिकारी मौन साध लेते है।किसान को अभी खेत में और घर दोनो में बिजली की बहुत ज़रूरत है।परंतु पिपरिया के ग्रामीण शनखनी फ़ीडर में पिछले 8 दिनो से जम कर बिजली काटी जा रही है।बताया जाता है की कुछ दिन पहले इलाक़े में तेज आँधी-हवा में कई खम्भे गिर गए थे।तभी से मंडल अधिकारी फाल्ट तलाशने का बहाना बना रहे है।सांसद प्रतिनिधि एवं पनौर निवासी किसान सुरेंद्र रघुवंशी की माने तो पिछले 8 दिनो से गाँव में बिजली नहीं है।हर किसान के यंहा धान लगाने के लिए मज़दूर आए है।ऐसे में पीने के पानी तक की क़िल्लत हो रही है।रघुवंशी के अनुसार शनखनी,बोर,धनाश्री, 

खेरुआ सहित कई गाँव में लाइट नहीं है।वही मंडल अधिकारी सही जानकारी तक नहीं दे रहे है।शनखनी के जागरूक किसान भोजपाल चौधरी की माने तो आँधी-हवा में खम्भे गिर गए है।विधुत मंडल में घटिया काम हुआ है।जब खम्भे इतनी सी हवा नहीं झेल पा रहे है।तार गुणवत्ता ख़राब है।ज़रा ज़रा में फाल्ट हो जाता है।किसान की सुनवाई बहुत धीमी गति से हो रही है।जबकि विधुत मंडल वाले बकाया बिल के लिए तो किसान को बहुत परेशान किया करते है।वही इलाक़े में सत्ता पक्ष और विपक्ष में कहने को तो दर्जनो किसान नेता है।परंतु किसान की समस्या उठाने के लिए सभी मौन धारण किए रहते है।अपने आप को किसान पुत्र और किसान नेता बताने वाले सिर्फ़ सोशल मीडिया तक ही सीमित है।

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