लापरवाह स्वास्थ्य अमला,2 घंटे में ही महिला को पाजिटिव एवं नेगेटिव होने का दिया मैसेज!

 

पिपरिया:-देश भर में कोरोना महामारी लाखों लोगों की जान ले चुकी है। इसके बाद भी देश भर का स्वास्थ्य अमला सुधरने का नाम नहीं ले रहा है।


कोरोना बीमारी से आम जनता परेशान है परंतु स्वास्थ्य विभाग लोगों को राहत देने के बजाय मानसिक प्रताड़ना दे रहा है।कई जगह कोविड टेस्ट नहीं किए जा रहे है तो कई जगह टेस्ट हो भी रहे है तो उनकी रिपोर्ट आने में 5-7 दिन का समय लग रहा है।इतने में या तो मरीज़ गंभीर स्थिति में पहुँच जाता है या फिर पूरी तरह से ठीक हो जाता है।कोविड टेस्ट में किस तरह की लापरवाही बरती जा रही है इसका जीता जागता उदाहरण हाल ही के दिन में देखने को मिला है जिसमें श्रीमती अरुणा पालीवाल द्वारा पिपरिया में कोविड टेस्ट करवाया गया था।टेस्ट रिपोर्ट उनके पति योगेश पालीवाल के मोबाइल पर रात 8 बज कर 38 मिनिट पर आइ जिसमें उनको नेगेटिव बताया गया था।इस मैसेज के बाद परिजनों ने राहत की साँस ली और सभी निश्चिंत हो कर सो गए।इसके बाद रात को ही 10:54 पर उसी नम्बर पर मेसेज आया की अरुणा जी आप का कोविड टेस्ट पाजीटिव आया है।इस मेसेज के बाद आनन-फ़ानन में पूरा परिवार मानसिक दबाव में आ गया।पति योगेश पालीवाल ने अपने दोस्तों-परिजनों को फ़ोन लगा कर आगे के इलाज की व्यवस्था करने की तैयारी की तो इसी बीच अस्पतालों में अरुणा जी के लिए बैड़ तलाशने का काम भी उनके परिजनों ने शुरू कर दिया।कुछ परिचितों ने सलाह दी की फिर से कोविड टेस्ट करा लेते है।योगेश पालीवाल ने स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारीयो से बात करने का प्रयास किया परंतु कोई भी इन 2 मेसेज आने का मतलब नहीं समझा सका।इस पूरी क़वायद के बीच समूचा पालीवाल परिवार काफ़ी मानसिक आघात से गुजरा तो वही अरुणा पालीवाल ने घर पर ही अलग रह कर सिस्टम की लाचारी से लड़ाई लड़ी है।अरुणा  पालीवाल का कहना है कि सरकार इस टेस्ट प्रक्रिया को सरल बनाने की बजाय काफ़ी कठिन बनाती जा रही है।जिससे मरीज़ों की मौत की संख्या दिन बा दिन बढ़ती ही जा रही है।

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