आख़िर क्यों उपजेल के चक्कर लगाती है छत्तीसगढ पासिंग कार !


पिपरिया:-इन दिनो पिपरिया उप जेल काफ़ी चर्चाओ में है।उप जेल में हाई प्रोफ़ाइल कांड करने वाले क़ैदी विचाराधीन है।तो वही जेल में वर्चस्व की लड़ाई क़ैदियों और जेल स्टाफ़ के बीच भी अलग-अलग चल रही है।इसमें जेल से होने वाली काली कमाई भी प्रमुख कारण है।इसी कमाई का नतीजा है की आधा दर्जन क़ैदियों ने मिल कर प्रहरी की पिटाई लगा दी।इसी दिन दो प्रहरी भी आपस में लड़ पड़े।इनकी लड़ाई का कारण भी काफ़ी दिलचस्प है।दूसरी ओर जेल सूत्रों की माने तो उप जेल परिसर के आसपास छत्तीसगढ पासिंग एक कार को लगातार दिन में 3-4 चक्कर लगाते हुए देखा जा सकता है।कई बार तो यह कार रात अंधेरे भी जेल के पास किसी का इंतज़ार करते हुए देखी गई है।यह कार पिछले 1 साल से उप जेल के चक्कर लगाती हुई देखी जा रही है।हमारे सूत्रों की माने तो इस कार को बेरोक टोक जेल के मुख्य गेट तक आने जाने दिया जाता है।वही उप जेल से हाल हाई में छूटे एक क़ैदी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जेल में छत्तीसगढ़ के बड़े व्यापारी का बेटा पचमढ़ी में हुए मार्डर केस में बंद है।उसी से मिलने वालों का ताँता जेल में लगा रहता है।जेल में उस क़ैदी का जलवा है।उसे हर सुविधा मिल रही है जो घर में मिला करती है।वही सूत्रों की माने तो एक सप्ताह पहले क़रीब 4 लक्ज़री गाड़ियों में सवार कई लोग जेल में किसी से मिलने पहुँचे थे।शाम के समय पहुँचे इस क़ाफ़िले का इंतज़ार जेल स्टाफ़ पहले से ही कर रहा था।वही जेल में चल रही इन आपराधिक गतिविधियो के कारण शहर में गुंडागर्दी बढ़ने के आसार दिख रहे है।

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