उप जेल स्टाफ़ की कलह हुई उजागर,बंदियो ने मिल कर प्रहरी को पीटा!




पिपरिया।शहर में स्थित उप जेल की स्थापना सरकार ने समाज सुधार एवं अपराधियों पर लगाम कसने के लिए की थी।परंतु इन दिनो यह उप जेल बंदियो और स्टाफ़ के लिए कमाई का प्रमुख अड्डा बनता जा रहा है।इसी काली कमाई के हिस्से को लेकर जेल में दो गुट बन चुके है।जो कि जेल में बंदियो से मिलने से लेकर उनके खाने और अन्य समान उपलब्ध कराने के नाम पर अवैध वसूली करने में जुटे है।इनमे जेल में बंद दबंग बंदियो का इस्तेमाल स्टाफ़ किया करता है।इन बंदियो से डरा-धमका कर अन्य बंदियो से पैसों की उगाई कराई जाती है।ऐसे ही मामले में चल रहे घटना क्रम में जेल के आधा दर्जन बंदियो ने जेल प्रहरी संजय दामडे के साथ मारपीट कर दी।स्टेशन रोड थाना प्रभारी उमेद सिंह राजपूत ने बताया की जेल प्रहरी की शिकायत पर आधा दर्जन क़ैदियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है।दामडे के अनुसार चाय के लिए लाकप खुले थे।तभी एक क़ैदी के पास गुटखा और अन्य समान मिले।जिसकी सूचना जेलर साहब को दी थी।जिसके बाद एक राय हो कर क़ैदी कल्लू मेहरा,नितिन मेहरा,मुन्ना गुर्जर,अविनाश तिवारी,लेखराम मेहरा,अभिषेक चौरसिया,हनी ओबेराय ने मेरे साथ मारपीट की है।स्टेशन रोड पुलिस ने सभी के ख़िलाफ़ धारा 294,353,332,506,34 सहित एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

:-जेल प्रहरी ने मारे प्रहरी को कई थप्पड़-:

जेल स्टाफ़ में इन दिनो जम कर गुटबाज़ी चल रही है।सूत्रों की माने तो यह सब बंदियो से अवैध उगाई के हिस्से बँटवारे के लिए हो रहा है।उक्त घटना के समय एक ओर घटना हुई जिसमें जेल में तैनात एक प्रहरी ने दूसरे प्रहरी को तमाचा मार दिया।जेल प्रहरी हेमंत गोहिया ने उप जेलर को लिखित शिकायती आवेदन दिया है की जब वह उक्त घटना में बीच बचाव करने गया तो वहाँ पर तैनात प्रहरी जगदीश मरावी द्वारा मेरे को न केवल मुझे 6-7 तमाचें मारे ग़ाए बल्कि धमकियाँ भी दी गई।जिसकी लिखित शिकायत मेरे द्वारा जेलर को की गई है।वही इस मामले में फ़रियादि हेमंत द्वारा जब घटना की एफ़आईआर कराने की बात कही गई तो जेलर ने उन पर दबाव बना कर उक्त आवेदन को जेल मुख्यालय भिजवा देने का कहा है।

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