शिवराज के रीएक्शन से उड़ी लाट साहबों की नींद!


-:राजवर्धन बल्दुआ-:



भोपाल-:सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों काफी आक्रामक एक्शन में दिखाई दे रहे हैं।उपचुनाव में मिली सफलता के बाद मुख्यमंत्री अब जमीनी स्तर पर उतर कर देख भी रहे हैं कि वल्लभ भवन में बनने वाली योजनाओं को उनके अफसरान ने कंहा तक पहुँचाया हैं।शिवराज इस बार लापरवाह "लाट साहबों"(कलेक्टर-SP) को भी निपटाने में देर नहीं कर रहे हैं।भाजपा में उनके विरोधी भी इस बार यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि CM कड़े एक्शन में हैं।परंतु शिवराज को करीब से जानने वाले एक अफसर की माने तो मुख्यमंत्री इस बार एक्शन नहीं लेने वाले लाट साहबों को कड़ा "रिएक्शन" दे रहे हैं।बेलगाम अफसरशाही के लिए यह एक संदेश हैं की CMO से मिले दिशा निर्देशों को जो गंभीरता से नहीं लेगा वह अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे।वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पिछली लंबी पारी के दौरान उनको अफसरान के प्रति नरम रुख वाला मुख्यमंत्री माना जाता था।परंतु कांग्रेस की 15 महीने की सरकार के बाद पुनः मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने पर "शिव"का यह "रौद्र"रूप देखने वालों का कहना हैं कि इस बार मुख्यमंत्री जनहित के प्रति कोई लापरवाही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं।तब ही उनने वीडियो कांफ्रेंसिंग में कटनी कलेक्टर, नीमच SP को कड़ी फटकार लगा कर अखबारों में छपी खबरों की कटिंग तक दिखाई और सवाल पूछे इन लाट साहबों के जवाबों से असंतुष्ट मुख्यमंत्री ने आधी रात को दोनों का तबादला कर जता दिया कि जिले में होने वाली अनियमितताओं के लिए कलेक्टर-SP ही जिम्मेदार होंगे।वही शिवराज सरकार के इस एक्शन-रिएक्शन मोड में आने से मीडिया भी बहुत खुश नजर आ रही हैं।दरअसल कई जिलों के कलेक्टर-SP जिला जनसम्पर्क अधिकारियों की मिलीभगत से मीडिया को अपने पैर की जूती समझने के मुगालते में "राज" कर रहे थे।सरकारी सिस्टम के खिलाफ छपने वाली खबरों को कई जिला जनसपंर्क कार्यालय भोपाल भेजते ही नहीं थे।सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री को मिली इस जानकारी के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय सीधे जिले में बैठे अपने सूत्रों से आ रही इस तरह की खबरों पर संज्ञान लेने लगा हैं।जिससे "लाट" साहबों की नींद उड़ी हुई हैं।

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