यूरिया घोटाला-:3 दिन से आरोपियों के बयान दर्ज कर रही पिपरिया पुलिस!


पिपरिया-:सेवा सहकारी समिति गाड़ाघाट में पिछले दिनों हुए 9 टन यूरिया घोटाले की जांच पिपरिया की मंगलवारा पुलिस ने तेज कर दी हैं। 3 दिन से समिति  प्रबंधक एवं मामले में आरोपी नारायण सिंह पटेल के बयान स्वयं टी. आई उमेश तिवारी दर्ज कर रहे हैं।इस मामले में समिति का रिकार्ड भी तलब किया गया हैं।थाने में घंटो समिति प्रबंधक नारायण पटेल से पूछताछ कर हर एक पहलू पर बयान लिए जा रहे हैं।टी.आई श्री तिवारी ने बताया कि उक्त मामले में सूक्ष्म जांच कर हर सबूत को पहले एकत्रित किया जा रहा हैं।जिससे कोर्ट में इस अपराध को सिद्ध किया जा सके।POS मशीन सहित अन्य कागजी रिकार्ड मंगवाया जा रहा हैं।जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।चुंकी धारा 420(34) के तहत अपराध पंजीबद्ध हैं।इसमें कई कागजी साक्ष्य को जुटाना पड़ता हैं।इसके चलते ही कई अन्य सहयोगियों के बयान दर्ज कराए जा रहे हैं।पुलिस सूत्रों की माने तो समिति प्रबन्धक नारायण सिंह पटेल भी रिकार्ड तालशने के नाम पर पुलिस को बार-बार गुमराह कर रहा हैं।गौरतलब हैं कि गाड़ाघाट सहकारी समिति ने भूमिहीन मजदूर संदीप प्रजापति को 9 टन यूरिया POS मशीन में बांटना दर्शाया हैं।जबकि संदीप प्रजापति के पास खेती की एक इंच जमीन भी नहीं हैं।संदीप का कहना हैं कि इस तरह से साल भर में सैकड़ो बार उससे गाड़ाघाट समिति में और इफको बाजार में आधार कार्ड की फोटो कॉपी लेकर मशीन में अंगूठा लगवाया जाता था।संदीप ने बताया कि कई बार उसने समिति और इफको बाजार के साहब लोगों से पूछा था कि वह कभी फंसेगा तो नहीं, उस समय इन लोगों ने कहा था कि तू चिंता मत कर हम लोग बैठे हैं।परंतु अब तो अनेकों बार अलग अलग अधिकारी उससे यूरिया के विषय में पूछताछ करने आ चुके हैं।संदीप का परिवार भी इस पूरे मामले के बाद काफी डरा हुआ हैं।वही इस तरह के यूरिया घोटालों के कारण ही किसानी सीजन में किसानों को ब्लैक में यूरिया बेंचा जाता हैं।जिससे वास्तविक किसान परेशान होते हैं।

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