नर्मदांचल में भारी बारिश से "रेत कृषकों" सहित जिम्मेदारों में खुशी की "लहर"

 

भोपाल-:पिछले 48 घन्टो से नर्मदांचल होशंगाबाद,हरदा,रायसेन,सीहोर जिला सहित अन्य जगहों पर हो रही भारी बारिश से जंहा आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया हैं तो वही इन जिलों की नदियों का सीना छलनी करने वाले तथाकथित "रेत कृषकों"में खुशी की लहर हैं।दरअसल यह बाढ़ अधिकांश लोगों के जीवन में आफत ले कर आई हैं।तो वही इन रेत माफियाओ के लिए यह एक स्वर्णिम अवसर ले कर आई हैं।नर्मदा-तवा और अन्य सहायक नदियों में बाढ़ के पानी ने एक बार फिर अथाह रेत का भंडार भर दिया हैं।बाढ़ उतरने के बाद इसी रेत को बेंच कर यह रेत कृषक (माफिया) करोड़ों के वारे न्यारे करेंगे।वही इन जिलों के खनिज विभाग में पदस्थ अधिकारियों के चेहरे पर भी खुशी की लहर और चिंता मुक्त दिखाई दे रहा हैं।क्योंकि इन जिलों की नदियों से जम कर अवैध उत्खनन कर राज्य सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाया गया था।




अब बाढ़ के पानी में नदियों में किये गए इस अवैध उत्खनन का नमो निशान तक मिट जाएगा।जिससे जिन अवैध उत्खनन प्रकरणो की जांच की जा रही हैं।उसमें माफिया को क्लीन चिट आसानी से दे दी जाएगी।जिसका ख़र्चा पानी भी इन भृष्ट अधिकारियों को मिल ही जाएगा।वही जिन नदियों में रेत बची नहीं थी उनमें में भी भारी मात्रा में रेत आने से इन माफियाओ की अवैध उत्खनन संबंधी प्लानिंग शुरू हो गई हैं।

No comments

Powered by Blogger.