कॉलर ID से गांव में मिल रही थी बाघ की लोकेशन,वन अमले ने नहीं कराई मुनादी!


पिपरिया-:मटकुली के पास शुक्रवार को बाघ ने खेत में काम कर रही एक महिला को मार डाला।बाघ को हाल ही में बांधवगढ़ से ला कर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया था।जिसके चलते वह अपनी टेरेटरी बना रहा था।बाघ लगातार 2 दिन से गांवों के आसपास ही घूम रहा था।इस बात का पता वन अमले को था।वन अमले को बाघ के गले में पहने हुए कॉलर ID से उसकी लोकेशन लगातार मिल रही थीं।परंतु उसके बाद भी वन विभाग ने किसी भी ग्रामीण को सचेत नहीं किया।वहीं सूत्रों की माने तो उक्त बाघ की देख रेख के लिए लगभग आधा दर्जन वन कर्मियों को वाहनों के साथ लगाया गया था ताकि जंगल में आये बाघ को कोई नुकसान न पहुंचा दें।परंतु सूत्र बताते हैं कि यह वनकर्मी इस बाघ की देखभाल नहीं कर रहे थे।वही गुरुवार को मोहगांव में बाघ ने 2 गाय का शिकार किया था।इसके बाद भी वन अमला इलाके के ग्रामीण क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कोई मुनादी नहीं करवा पाया।वही कई वन विभाग के एक पूर्व अधिकारी ने बताया कि ऐसे समय में जब हमको मालूम होता हैं कि बाघ रहवासी इलाके के आसपास घूम रहा हैं तो हम मुनादी करा कर लोगो को बताते हैं कि रात के समय घरों के बाहर न सोएं।खेतों में अकेले काम करने जाने के बजाय झुंड में जाएं।वही थोड़ी सी सतर्कता लोगो की जान बचा सकती हैं।वही महिला की मौत के बाद ग्रामीणों के हंगामे को देखते हुए कलेक्टर-SP ने मृतक के परिजनों से मुलाकात कर उनको 4 लाख रुपये का चैक और ग्राम पंचायत से 10 हजार की आर्थिक सहायता दिलवाई।गौरतलब हैं कि घटना के बाद गुसाये ग्रामीणों ने वन विभाग के दफ्तर सहित इको सेंटर में आग लगा दी थी।

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