सूबे की सत्ता जाते ही बनखेड़ी भाजपा के धरने में न टेंट लग सका न ढंग का साउंड सिस्टम, कार्यकर्ता भी रहे कम!


पिपरिया।सूबे में 15 साल तक सत्ता की मलाई चखने वाली भारतीय जनता पार्टी की बनखेड़ी इकाई का पिछले 1 साल से सत्ता से बाहर रहने का विपरीत प्रभाव अब कार्यकर्ताओ में देखने को मिल रहा हैं।दरसअल संग़ठन ने किसानों की धान खरीदी और यूरिया समस्या को लेकर बनखेड़ी मुख्यालय पर मंगलवार को धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया था।इसमें आयोजक न तो टेंट लगवा सके और न ही ढंग का साउंड सिस्टम लगवा सके।वही धरना कार्यक्रम स्थल पर भाजपा कार्यकर्ताओं की संख्या एक सैकड़ा को भी पार नहीं कर सकी हैं।जबकि बनखेड़ी और चंदौन मंडल को मिला कर भाजपा के मिस कॉल वाले सदस्य करीब 30 हजार के पार होने का दावा किया जाता हैं।जैसे-तैसे तो धरना स्थल पर बैठक के लिए हरी नेट बुलाई जा सकी हैं।वही एक ऑटो में बंधे चोंगे से ही नेताओ ने धरने को संबोदित किया।यही ऑटो सुबह से बनखेड़ी में भाजपा के धरने के एलाउंस कर रहा था।दूसरी ओर खुले मैदान में एक सेल के लगी टेंट की दीवार पर भाजपा ने अपना धरना वाला बैनर बांध रखा था।जो की आम कार्यकर्ताओ के बीच चर्चा का विषय बना रहा।वही धरने में कई समर्पित कार्यकर्ता नहीं आये जिनका कहना था कि सत्ता रहते हुए हमारे जनप्रतिनिधीयों ने जिनको फायदा पहुंचाया था उनको बुलाया जाना चाहिए था।जो की 1 साल से पार्टी कार्यक्रमो से गोल चल रहे हैं।दूसरी ओर जो आये भाजपा कार्यकर्ता आये थे वह चाय पानी के लिए तक तरसते नजर आए।
वही भाजपा की माने तो अभी-अभी मंडल अद्यक्षो की नियुक्ति हुई हैं।उनको नहीं मालूम की पार्टी कार्यक्रम कैसे किये जाते हैं।धरने में भाजपा विधायक ठाकुरदास नागवंशी सहित प्रमुख भाजपा नेता मौजूद रहे।

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