बिना परमिट चल रही पिपरिया-पचमढी के बीच टैक्सी,RTO को क्यों नहीं दिखती!


पिपरिया-:होशंगाबाद RTO इन दिनों गरीब एवं कमजोर वर्ग के वाहन मालिकों के ही कागजात चैक करने और वाहन जपत करने में अपनी रुचि दिखा रहा हैं।वही दूसरी ओर दबंगो के डंपर हो या फिर हर माह मोटी रकम पहुंचाने वाली बिना परमिट की टैक्सी हो।इनको बेरोटोक चलने दिया जा रहा हैं।पचमढी से पिपरिया के बीच सैकडों टैक्सी बिना वैध परमिट के निजी वाहनों के रूप में चल रही हैं।परंतु इनको रोकने या फिर जपत करने वाला कोई भी अधिकारी दिखाई नहीं देता हैं।लेकिन निजी स्कूलों के बच्चों को कम कीमत पर स्कूल लाने-ले जाने का काम करने वाले वैन चालको को पकड़ कर उनके वाहनों को थानों में खड़ा करवाते हुए इन गरीबों को जिला मुख्यालय पर बुलाया जा रहा है।वही पिपरिया में चल रही कई टैक्सियों के पास तो वैध कागजात तक नहीं हैं।कई के पास फिटनेस नहीं हैं तो कई के पास बीमा नहीं हैं।परंतु होशंगाबाद RTO की मेहरबानी से यह वाहन धड़ल्ले से चल रहे हैं।इसके एवज में पिपरिया से लाखों रुपये महीने का "महीना' भेजा जाता हैं।पचमढी बस स्टैंड के सूत्रों की माने तो हर महीने टैक्सीनुमा गाड़ी से 500 रुपये अवैध वसूली की जाती हैं।जिससे की टैक्सियां पूरी तरह से वैध रूप ले कर चलें।वही डंपर की चपेट में आई सेंट जोसेफ स्कूल की कक्षा 3री की बालिका की मौत के बाद RTO होशंगाबाद का दस्ता आज तक नगर में कई बार आ चुका हैं।परन्तु डंफरो की चेकिंग से दूरी ही बना रखी हैं।वही वैन चलाने वालों की माने तो  दीपावली के पर्व के दौरान उनको परेशान किया जा रहा हैं।

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