किसानों को बट्टा लगाने की तैयारी में अनाज व्यापारी!
पिपरिया-:केंद्र सरकार द्वारा चालू खाते में यदी 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की नगद निकासी की जाती हैं तो 2 प्रतिशत टीडीएस लगाने का निर्णय लिया गया हैं।इस नियम की आड़ ले कर अब पिपरिया के अनाज व्यापरियों ने मंडी में उपज का नगद भुगातन पूरी तरह बंद कर दिया हैं।जबकि सरकार द्वारा लगाया गया यह TDS पूरी तरह से वापिसी योग्य हैं।जानकारों की माने तो टैक्स डिटेक्ट आन सोर्स (TDS) व्यापारी के खाते से नगदी 1 करोड़ की निकासी पर 2 लाख रुपये काटे जाएंगे परंतु जब व्यापारी अपना इनकम टैक्स का रिटर्न फाइल करेगा तो यह राशि आयकर विभाग के द्वारा उसे वापिस कर दी जाएगी।परंतु पिपरिया के अनाज व्यापारी यह बात किसानों को नहीं बता रहे हैं।बल्कि इसके उलट कई व्यापारी अब इस TDS की आड़ में एक और कमाई का धंधा तलाश रहे हैं।सूत्रों की माने तो किसानों को अनाज बेचने के बाद नगदी भुगतान की अत्यंत आवश्यकता पड़ती हैं।इसका फायदा उठा कर यह व्यापारी अब नगदी रकम पर 2 प्रतिशत बट्टा ऊपर-ऊपर काटने की तैयारी कर रहे हैं।इससे हर साल इन अनाज व्यापारियों को लाखों रुपये का फायदा होगा।वही जानकारों की माने तो यदि चालू खाते में टीडीएस कटता हैं तो फिर व्यापरियों को ऐडवांस इनकम टैक्स जमा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।वित्तीय वर्ष के अंत में आयकर विभाग में अपनी फर्म का रिटर्न दाखिल करने पर इनके TDS की जमा राशि में से इनकम टैक्स की राशि को घटा कर इनको सरकार भुगतान कर देगी।परंतु इसके बाद भी अनाज व्यापारी यह सच्चाई किसानों को नहीं बता रहे हैं।वही मण्डी प्रबंधन भी इन नियमों से अनजान बना हुआ हैं।मंडी सचिव नरेश परमार के अनुसार यदि कोई भी व्यापारी TDS के नाम पर बट्टा वसूलता हैं तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।फिलहाल इस मुद्दे पर इलाके के किसान नेताओ से लेकर जनप्रतिनिधीयों तक ने मौन साध कर रखा हैं।
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