पुलिस और नेताओं के गठजोड़ से लुट रही पिपरिया की जनता

पुलिस और नेताओं के गठजोड़ से लुट रही पिपरिया की जनता!
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पिपरिया-:शहर में इन दिनों बढ़ते अपराधों से आम जनता त्रस्त हैं।लगातार हो रही चोरी-लूट की घटनाओं ने नागरिकों के दिलों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया हैं।शहर में नए नए तरीकों से अपराधों को अंजाम दिया जा रहा हैं।बैंक के अंदर रुपये जमा कराने वाले किसान मजदूर भी सुरक्षित नहीं हैं तो वही सड़को पर चलने वाले व्यापारी को पिस्टल अड़ा कर सोने की चैन लूटी जा रही हैं।बसों में सफर करने वाली महिलाओं के बैग से कीमती सामान चोरी हो रहा हैं।नगर में पुलिस की लचर कार्यप्रणाली आम जनता को तो दिख रही हैं।परंतु कांग्रेस-भाजपा के नेताओ को यह नहीं दिख पा रही हैं।सूत्रों की माने तो पुलिस-नेताओ का गठजोड़ इतना मजबूत बन चुका हैं की आला पुलिस अधिकारियों से भी शिकायत करने पर कोई असर नहीं पड़ रहा हैं।आम जनता का कहना हैं हर नेता के कोई न कोई काम पुलिस एक फोन पर कर देती हैं।इसी के चलते यह नेता जनता के हजारों वोट लेने के बाद भी पुलिस व्यवस्था पर कोई सवाल नहीं कर पा रहे हैं।भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवारा चौराहे पर धरना दे कर हर विभाग का भ्रस्टाचार तो गिनवाया परंतु पुलिस के भ्रस्टाचार पर इन तथाकथित "भाई साहबों" के मुंह में दही जम गया।दूसरी ओर कांग्रेस विधानसभा-लोकसभा चुनाव में मुंह की खा चुकी हैं।इसके चलते वह आम जनता के भले के विषय में सोच भी नहीँ पा रही हैं।कांग्रेस सूत्रों की माने तो 15 साल के वनवास के बाद सत्ता में लौटे हमारे नेता पहले अपना घर भरने में लगे हुए हैं।वही ट्रांसफर-पोस्टिंग में लगे जिम्मेदारों को तो जनता से और भी मतलब होता दिखाई नहीं दे रहा हैं।तभी जिले के सभी टीआई बदले गए परंतु पिपरिया के मंगलवारा थाने पर इसका कोई असर नहीं पड़ा हैं।सूत्र बताते हैं कि यथास्थिति रखने के लिए बहुत मोटी रकम खर्च की गई हैं।जिसके चलते अधिकारी और नेताओं को ताक पर रखा जा रहा हैं।

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