कांग्रेस से भाजपा में आए सांसद समर्थकों को नहीं मिला पद,अब चुनाव में हो रहा इनका इस्तेमाल!

कांग्रेस से भाजपा में आए सांसद समर्थकों को नहीं मिला पद,अब चुनाव में हो रहा इनका इस्तेमाल!

पिपरिया-:कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले सांसद राव उदय प्रताप सिंह समर्थको को पिछले 5 सालों में भाजपा ने कोई पद न तो संग़ठन में दिया और न ही सरकार में दिया।परंतु अब इन नेताओं का विधान सभा चुनाव में जम कर इस्तेमाल किया जा रहा हैं।इन नेताओं को चुनाव प्रचार की अहम जिम्मेदारी दी जा रही हैं।दरअसल सांसद राव ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का दामन छोड़ कर भाजपा का दामन पकड़ लिया था।इसके कुछ समय बाद ही कांग्रेस नेता बलराम सिंह बैस ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा ज्वाइन कर ली थी।वही नगर पालिका चुनाव के समय मार्शल बमोरिया ने भी मुख्यमंत्री शिवराज के हाथों भाजपा का गमछा पहन कर कांग्रेस को अलविदा कह दिया था।यह दोनों ही नेता सांसद राव उदय प्रताप सिंह के कट्टर समर्थक माने जाते हैं।कांग्रेस में रहते हुए राव ने बैस की पत्नी श्रीमतीं सरिता बैस को कांग्रेस से नगर पालिका अद्यक्ष का टिकिट दिलाया था।श्रीमती बैस यह चुनाव जीती तो वही मार्शल बमोरिया को नगर पालिका में सांसद प्रतिनिधी बनाया।परंतु अब भाजपा में आने के बाद इन दोनों ही कद्दावर नेताओ को राव साहब न तो संग़ठन में और न सरकार में कोई पद दिला पाए।जबकि होशंगाबाद-इटारसी में राव के साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये कई नेताओं को उनने प्रमुख सरकारी विभागों में अपना प्रतिनिधी बनाया हैं।परंतु विधान सभा चुनाव आते ही इन दोनों ही नेताओ की खूबियों को देख इनका इस्तेमाल भाजपा संग़ठन जम कर कर रहा हैं।बमोरिया को जंहा उनकी काछी समाज के वोट बैंक इलाको में भेजा जा रहा हैं।तो वही बैस को राजपूत समाज सहित उनके प्रभाव वाले पचमढी रोड इलाके के गांव में प्रचार पर रोजाना भेजा जा रहा हैं।इसी तरह भाजपा नेता बलराम सिंह बैस को सोहागपुर विधान सभा में भी प्रचार की जिम्मेदारी दी गई हैं।सोहागपुर में पुरविया-ठाकुर समाज ज्यादा हैं और बैस इस समाज के जिला अद्यक्ष भी हैं।वही भाजपा संगठन को नजदीक से जानने वालों की माने तो भले ही पार्टी 5 साल कार्यकर्ता को न पूछे परंतु चुनाव में कंहा और कैसे उसका इस्तेमाल करना हैं।यह पार्टी नेतृत्व को बहुत अच्छे से आता हैं।

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