चुनाव आते ही रोड किनारे लगे पेड़ सरकारी संपत्ति हो जाते हैं!

चुनाव आते ही रोड किनारे लगे पेड़ सरकारी संपत्ति हो जाते हैं!

पिपरिया-:चुनाव आते ही शहर में पदस्थ पुलिस-प्रशासन को सड़क किनारे लगे नीम के पेड़ सरकारी संपत्ति नजर आने लगे हैं।इन पेड़ों पर लगे झंडे-बैनर हो या फिर निजी कम्पनी के विज्ञापन सभी को सख्ती से हटाया जा रहा हैं।चुनाव में नियुक्त सम्पति निरूपण दस्ता शहर में इन दिनों कोलाहल मचा रहा हैं।इस दल की कार्यवाही देख नगर के पर्यावरण विदों का कहना हैं कि चुनाव के समय यह पेड़ सरकारी हो जाते हैं बांकी समय जिसकी मर्जी इन पेड़ों को काट देता हैं। तब यह सरकारी अधिकारी कंहा रहते हैं।इस बात का जवाब सम्पति निरूपण दस्ते के पास भी नहीं हैं।वही शोभापुर रोड पर सीमेंट की दुकान चलाने वाले दुकानदार का कहना हैं कि वह अपना बोर्ड नीम के पेड़ से टिका कर रखता हैं परंतु रोज पुलिस आचार सहिंता का हवाला देकर इस बोर्ड को हटाने का कह रही हैं। जबकि बोर्ड में सीमेंट का भाव लिखा हैं। शहर में पिछले 3 सालों से सड़क किनारे लगे नीम के सबसे ज्यादा पेड़ो को काटा गया हैं।परंतु नगर पालिका सहित किसी भी सरकारी एजेंसी ने कोई कार्यवाही नहीं की हैं।जबकि इसके उलट नगर पालिका ने पौधरोपण के नाम पर लाखों का बजट जरूर डकार लिया हैं।

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