वेयर हाउसों में हम्मालों को नहीं मिल रहा पीने का पानी और ना ही शौचालय!

वेयर हाउसों में हम्मालों को नहीं मिल रहा पीने का पानी और ना ही शौचालय!

पिपरिया-:शहर के धन्ना सेठो ने चांदी काटने के लिए लाखों बोरो के वेयर हाउस तो बना लिए हैं परंतु इन वेयर हाउसों में काम करने वाले हम्मालों को ना तो साफ पीने का पानी मिल पा रहा हैं और ना ही यंहा पर शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं।हम्माल इन गोदामो में रोजाना हजारो बोरे भरते और खाली करते हैं इन बोरो में 100 किलो किलो अनाज भरा होता हैं।भीषण गर्मी के मौसम में भी वेयर हाउस संचालक इन मजदूरों के लिए साफ पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं।जबकि यही वेयर हाउस संचालक अनाज बोरो से गिरने वाली झाड़न (अनाज ) से हर साल लाखों रुपये कमाया करते हैं।वही दूसरी ओर सरकार स्वच्छ भारत अभियान के तहत सरकार हर जगह शौचालय बनवा रही हैं तो ऐसे में वेयर हाउसों में काम करने वाले मजदूर खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।वही यदि कोई मजदूर काम के दौरान घायल हो जाता हैं तो वेयर हाउस में फर्स्टएड बॉक्स तक उपलब्ध नहीं रहता हैं।वही सूत्रों की माने तो इन सभी कमियों के बाद भी प्रशासन कोई कार्यवाही इस लिए नहीं करता हैं क्योंकि वेयर हाउस एसोसिएशन हर कार्य में जम कर चंदा देता हैं।वही यदि कोई अधिकारी कार्यवाही करने लगे तो वेयर हाउस एसोसिएशन उस अधिकारी पर राजनैतिक दवाब बना कर कार्यवाही रुकवा देता हैं।हम्मालों की बात माने तो वेयर हाउस में उनके बैठने तक की जगह नहीं हैं।उनको अनाज बोरो के बीच में या फिर मैदान में ही बैठना होता हैं।कई बार तो गोदाम के अंदर सल्फास की बदबू के बीच में बैठना होता हैं।हम्मालों की मांग हैं कि वेयर हाउस परिसर में RO वाटर और शौचालय सहित रेस्ट रूम की सुविधा मिलनी चाहिए।

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