अभी तक नहीं बंटे अप्रेल माह के बिजली बिल!

अभी तक नहीं बंटे अप्रेल माह के बिजली बिल!

पिपरिया-:नगर क्षेत्र में बिजली सप्लाई करने वाली मध्य क्षेत्र विधुत वितरण कंपनी ने इस बार अप्रेल माह के बिजली बिल 11 मई तक नहीं बांटे हैं।दरअसल यह बिजली बिल हर माह की 5-6 तारीख तक बंट जाया करते हैं। परंतु इस बार ऐसा नहीं हो पाया हैं।विधुत मण्डल सूत्रों की माने तो अभी तक बिजली बिल छापे ही नहीं गए हैं।वही उपभोक्ता भी परेशान हैं कि आखिर इस बार ऐसा क्या हो गया कि बिजली बिल अभी तक नहीं आए हैं।वही शहर प्रभारी पुनीत नागलकर ने बताया कि चूंकि लगातार मीटर वाचको की शिकायत मिल रही थी।इसके चलते ही हर मीटर की हर माह रीडिंग के दौरान फोटो खींच कर बिल बनाने का आदेश आ गए हैं।वही सिस्टम में मेन्योली फीडिंग बंद हो गई हैं।जिसके चलते ही यह दिक्कत आ रही हैं।वही मण्डल के अनुसार शहर में करीब 10 हाजर बिजली कनेक्शन हैं जिनसे हर माह 1 करोड़ 20 लाख से 1 करोड़ चालीस लाख रुपये वसूले जाते हैं।परंतु पिपरिया में अप्रेल माह के बिजली बिल का वितरण मई के आधे माह के बाद भी नहीं हुआ हैं जिससे विधुत वितरण कंपनी को उक्त रेवेन्यू एक माह लेट प्राप्त होगा।जिसके ब्याज का अंदाजा लगाया जा सकता हैं।वही मंडल के अधिकारी बिल वितरण में हुई देरी की जानकारी देने में लगातार आना कानी करते हुए नजर आए।
पिपरिया-:नगर क्षेत्र में बिजली सप्लाई करने वाली मध्य क्षेत्र विधुत वितरण कंपनी ने इस बार अप्रेल माह के बिजली बिल 11 मई तक नहीं बांटे हैं।दरअसल यह बिजली बिल हर माह की 5-6 तारीख तक बंट जाया करते हैं। परंतु इस बार ऐसा नहीं हो पाया हैं।विधुत मण्डल सूत्रों की माने तो अभी तक बिजली बिल छापे ही नहीं गए हैं।वही उपभोक्ता भी परेशान हैं कि आखिर इस बार ऐसा क्या हो गया कि बिजली बिल अभी तक नहीं आए हैं।वही शहर प्रभारी पुनीत नागलकर ने बताया कि चूंकि लगातार मीटर वाचको की शिकायत मिल रही थी।इसके चलते ही हर मीटर की हर माह रीडिंग के दौरान फोटो खींच कर बिल बनाने का आदेश आ गए हैं।वही सिस्टम में मेन्योली फीडिंग बंद हो गई हैं।जिसके चलते ही यह दिक्कत आ रही हैं।वही मण्डल के अनुसार शहर में करीब 10 हाजर बिजली कनेक्शन हैं जिनसे हर माह 1 करोड़ 20 लाख से 1 करोड़ चालीस लाख रुपये वसूले जाते हैं।परंतु पिपरिया में अप्रेल माह के बिजली बिल का वितरण मई के आधे माह के बाद भी नहीं हुआ हैं जिससे विधुत वितरण कंपनी को उक्त रेवेन्यू एक माह लेट प्राप्त होगा।जिसके ब्याज का अंदाजा लगाया जा सकता हैं।वही मंडल के अधिकारी बिल वितरण में हुई देरी की जानकारी देने में लगातार आना कानी करते हुए नजर आए।

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