पैदल पार हो रही "नर्मदा मैया"

पैदल पार हो रही "नर्मदा मैया"

पिपरिया-:जंहा 10 पुरुष और 5 बांस पानी हुआ करता था।आज उस नर्मदा मैया के घाट को लोग पैदल पार कर रहे हैं।हम बात कर रहे हैं सांडिया और सिवनी के नर्मदा घाटों की। पवित्र नदी की इस दुर्दशा पर वृद्ध जनों का कहना हैं कि वह अपनी जिंदगी में पहली बार नर्मदा मैया के घाटों को ऐसा देख रहे हैं।नर्मदा नदी में डांगर बाड़ी लगाने वाले किसानों की माने तो वह भी पहली बार इतना कम पानी देख रहे हैं।नर्मदा में फेंके सिक्के उठाने वाले बच्चे तक इस नदी को पैदल पार कर रहे हैं।नाव चलाने वालों की माने तो जंहा पर पानी में कई लोग डूब गए हैं वंहा पर तो नाव तक रेत में फंस रही हैं।नर्मदा में स्नान करने वाले तो काफी गुस्से में हैं।धर्मपरायण जनता का कहना हैं कि पानी में डुबकी तक नहीं लग रही हैं।वही नर्मदा की इस दुर्दशा के बीच आम जनता और सरकारी मशीनरी द्वारा लगाए गए पौधें कही दिखाई नहीं दे रहे हैं।जबकि इन पेड़ो पर लाखों रुपया खर्च कर जनता को गुमराह किया गया हैं।इन सभी स्थितियों के बावजूद भी यदी सिवनी पुल पर से नजर दौड़ाई जाए तो बेधड़क रेत का उत्खनन चल रहा हैं।ग्रामीणों की माने तो रात के समय तो बड़ी बड़ी मशीनों से तक रेत निकाली जा रही हैं।


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