किसान मर रहे हैं और बीजेपी संदेश यात्रा निकालने में व्यस्थ हैं

किसान मर रहे हैं और बीजेपी संदेश यात्रा निकालने में व्यस्थ हैं


पिपरिया:--गुरुवार को सांडिया गांव में एक किसान ने तुअर-मूंग की फसल बर्बाद होने पर फाँसी लगा ली।सांडिया के रहने वाले 53 वर्षीय गुलाब सिंह पटेल सुबह खेत में धान की पौध को पानी देने गए थे तब ही बबूल के पेड़ पर लटक कर फाँसी लगा कर आत्म हत्या कर ली।वही इस घटना के बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारी सांडिया गांव में शोक संतृप्त परिवार से मिलने तो पहुंचे परंतु सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों की कमी साफ झलकी जब मृतक किसान का पोस्ट मार्टम अस्पताल में चल रहा था उस समय स्थानीय विधायक ठाकुर दास नागवंशी अपने फेसबूक अकाउंट पर बीजेपी की किसान सन्देश यात्रा की फोटो पोस्ट कर रहे थे।आम जनता की माने तो इलाके के मतदाताओ ने 52 हजार वोट से विधायक को जिताया हैं।वही सांसद को भी 4 लाख 50 हजार वोट से जिताया हैं। अब तो पार्षद से लेकर प्रधानमन्त्री तक बीजेपी का ही हैं।परंतु किसान की इस दुःख की घड़ी में उसका जनप्रतिनिधी अनुपस्थित होने के साथ ही किसान संदेश यात्रा निकालने में व्यस्थ हैं।किसानो की माने तो बीजेपी नेताओ को किसान संदेश यात्रा निकालने की बजाय हमारी मूंग की फसल को मण्डी में जल्द बिकवाने का काम करवाना चाहिए था।सरकार तो मुँग खरीद रही हैं परंतु इसमें कई समस्या आ रही हैं।कई दिन बीत जाने के बाद भी भुगतान नहीं मिल पा रहा हैं।बीजेपी नेताओ को इस तरह की समस्याओ के लिए सरकार से बात करना चाहिए परंतु ऐसा ना कर यह नेता किसान सन्देश यात्रा निकालने में व्यस्थ हैं।जबकी इलाके का किसान मरने के लिए मजबूर हो रहा हैं।बीजेपी का पूरा संग़ठन किसान की समस्या को नजर अंदाज कर किसान सन्देश यात्रा निकालने में व्यस्थ नजर आ रहा हैं।जबकी इसी किसान की वोट के  दम पर पिछले 14 साल से म.प्र में बीजेपी की सरकार हैं।

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