पिपरिया में किसानों की मजबूरी का फायदा उठा रहे "व्यापारी"

पिपरिया में किसानों की मजबूरी का फायदा उठा रहे "व्यापारी"

पिपरिया--इन दिनों पिपरिया ब्लाक में समर्थन मूल्य पर गेंहू की खरीदी चल रही हैं।इस सरकारी खरीदी में बिकने वाले गेंहू का भुगतान किसानों को सोसायटी काफी दिनों में कर रही हैं।वही भुगतान ऑन लाइन हो भी जाये तो बैंको में कैश नहीं होने के कारण किसानों को कई हफ्ते इंतजार करना पड़ रहा हैं।परंतु किसानों को अभी शादी और दूसरे कार्यों के लिए नगद पैसे की जरुरत हैं। इसी बात का फायदा पिपरिया के गल्ला व्यापारी सरेआम उठा रहे हैं।यह व्यापारी किसानों को नगद भुगतान के नाम पर मण्डी के बहार ही सौदा कर रहे हैं।इसमें किसानो का गेंहू 200 से 100 रूपये कम तक खरीदा जा रहा हैं।किसान सरेआम लुट रहे हैं परंतु जिम्मेदारों को सब कुछ पता होने के बाद भी वह मौन साध कर बैठे हैं।वही किसानो का कहना हैं की घर में शादी हैं।बाजार से खाद-बीज उधार ले रखा हैं।अब क्या करें जिस भाव में नगद भुगतान मिल रहा हैं।उसको ही गेंहू बेंच रहे हैं।वही मंडी नियमो के अनुसार मण्डी के बहार उपज की खरीद बिक्री नहीं हो सकती हैं।इन दिनों पिपरिया के फिल्टर प्लांटों पर किसानों के ट्रेक्टर ट्राली भारी तादाद में खड़े हैं।वही यह प्लांट वाले शाम के समय मंडी पर्ची समर्थन मूल्य से 1 रूपये ऊपर कटवा लेते हैं।मतलब मण्डी के बहार गेंहू खरीद का यह पूरा खेल मिलजुल कर किया जा रहा हैं।इसमें सिर्फ और सिर्फ किसान ठगे जा रहे हैं।वही इस पूरे मामले में "जनप्रतिनिधियों" की चुप्पी काफी चौकांने वाली हैं।

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