पिपरिया: गलती राजस्व दल की और ठीकरा "पुलिस" के "मत्तथे" तहसीलदार खुद दे रही धरना

पिपरिया: गलती राजस्व दल की और ठीकरा "पुलिस" के "मत्तथे" तहसीलदार खुद दे रही धरना

पिपरिया--अवैध रेत पकड़ने गई पिपरिया तहसीलदार वींकी सिंहमारे और साथियों पर हुए हमले के विरोध एवम् आरोपियों को पकड़ने के लिए रोज कोई ना कोई सरकारी कर्मचारी संगठन ज्ञापन दे रहा हैं।वही इन कर्मचारियों के साथ तहसीलदार वींकी सिंहमारे तहसील के सामने धरना दे रही हैं। इस दौरान यह कर्मचारी पुलिस को भी जम कर कोस रहे हैं।आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाये जा रहे हैं।वही मामले में जागरूक नागरिकों का कहना हैं की राजस्व दल की गलती का ठीकरा अब पुलिस पर फोड़ा जा रहा हैं।दरअसल राजस्व दल को अवैध खनन की कार्यवाही के दौरान समुचित पुलिस बल थाने से लेकर जाना था।परंतु ऐसा नहीं किया गया।वही रेत की ट्राली पकड़ते ही ग्रामीण बहस और गाली गुप्तार करने लगे थे।परंतु उस दौरान दल में मौजूद इलाके के पटवारी ने महिला तहसीलदार को क्यों नहीं बताया की यह लोग आपराधिक किस्म के हैं। इससे संघर्ष को तुरंत टाला जा सकता था। मौके पर मौजूद हमारे सूत्रों की माने तो पटवारी डर के मारे तहसीलदार की गाड़ीे में ही दुबके बैठे रहे। वही राजस्व दल अब अपनी इन्ही कमियों को छुपाने के लिए अब पुलिस पर अपराधियों को पकड़ने के लिए दवाब बना रहे हैं। इस हमले में तहसीलदार के ड्राईवर जब्बार खान बुरी तरह घायल हो गए थे।जब्बार के सर में एक दर्जन टांके लगे हैं।जब्बार ने तहसीलदार को बचाते हुए  फावड़े का प्रहार अपने सर पर झेल लिया था।

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