मंत्रियों की लग्जरी गाड़ियों से पीछे रह गई पुलिस की पायलट-फॉलो गाड़ी
पिपरिया-सूबे की बीजेपी सरकार 2 दिन के लिए सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में पहुँच रही हैं।सड़क के रास्ते से पचमढ़ी पहुँचने वाले मंत्रियों के पास हाई स्पीड लग्जरी गाड़ी हैं।परंतु मंत्रियों की सुरक्षा में तैनात पुलिस के पास दशकों पुराने वाहन हैं।यह वाहन मंत्रियों के वाहनों का पीछा नहीं कर पा रहे हैं। दरअसल मंत्रियों को सरकार ने रोड पर सुरक्षित चलने के लिए उनकी कार के आगे पायलट वाहन और पीछे फॉलो वाहन चला करते हैं। जिसमे सुरक्षाकर्मी बैठे रहते हैं।परंतु यह पुराने वाहन मंत्रियों के लग्जरी वाहन के साथ सड़क पर ताल नहीं मिला पा रहे हैं।पचमढ़ी के पर्वतीय इलाके में तो पुलिस के इन वाहनों का और भी दम निकलता दिखाई दिया। इस दौरान मंत्रियों के लग्जरी वाहनों से पायलट और फॉलो वाहन कई किलोमीटर पीछे दिखाई दिए।
मंत्रियों को सुरक्षा की चिंता नहीं:-
वही राज्य सरकार के निर्देशो के अनुसार मंत्रियों को सड़क पर सुरक्षित चलने के लिए पायलट और फॉलो वाहनों को अपने काफिले में चलाने के लिए कहा हैं।परंतु मंत्री इन निर्देशो को नहीं मान रहे हैं।दरअसल मंत्रियों को अपनी जान से ज्यादा लग्जरी वाहन की स्पीड प्यारी हैं। वही मंत्रियों की माने तो एक दिन में कई सार्वजानिक कार्यक्रमों में शामिल होना होता हैं।इसके चलते ही जल्दी करना पड़ता हैं।
पिपरिया-सूबे की बीजेपी सरकार 2 दिन के लिए सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में पहुँच रही हैं।सड़क के रास्ते से पचमढ़ी पहुँचने वाले मंत्रियों के पास हाई स्पीड लग्जरी गाड़ी हैं।परंतु मंत्रियों की सुरक्षा में तैनात पुलिस के पास दशकों पुराने वाहन हैं।यह वाहन मंत्रियों के वाहनों का पीछा नहीं कर पा रहे हैं। दरअसल मंत्रियों को सरकार ने रोड पर सुरक्षित चलने के लिए उनकी कार के आगे पायलट वाहन और पीछे फॉलो वाहन चला करते हैं। जिसमे सुरक्षाकर्मी बैठे रहते हैं।परंतु यह पुराने वाहन मंत्रियों के लग्जरी वाहन के साथ सड़क पर ताल नहीं मिला पा रहे हैं।पचमढ़ी के पर्वतीय इलाके में तो पुलिस के इन वाहनों का और भी दम निकलता दिखाई दिया। इस दौरान मंत्रियों के लग्जरी वाहनों से पायलट और फॉलो वाहन कई किलोमीटर पीछे दिखाई दिए।
मंत्रियों को सुरक्षा की चिंता नहीं:-
वही राज्य सरकार के निर्देशो के अनुसार मंत्रियों को सड़क पर सुरक्षित चलने के लिए पायलट और फॉलो वाहनों को अपने काफिले में चलाने के लिए कहा हैं।परंतु मंत्री इन निर्देशो को नहीं मान रहे हैं।दरअसल मंत्रियों को अपनी जान से ज्यादा लग्जरी वाहन की स्पीड प्यारी हैं। वही मंत्रियों की माने तो एक दिन में कई सार्वजानिक कार्यक्रमों में शामिल होना होता हैं।इसके चलते ही जल्दी करना पड़ता हैं।
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