सांसद जी कहीं दिखे तो बताना

सांसद जी कहीं दिखे तो बताना

पिपरिया। देश में नोटबंदीें के बाद विपक्ष ने सरकार सहित प्रधानमन्त्री को जमकर घेरा था। इससे परेशान हो कर प्रधानमन्त्री ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक में आदेश दिया था की सभी बीजेपी सांसद चुनाव की तरह अपने लोकसभा सीट में घर घर जाकर नोटबंदी के फायदे जनता को बताये परंतु इस आदेश को भी सरकारी आदेश की तरह बीजेपी सांसदों ने रद्दी की टोकरी में फैंक दिया हैं। प्रधानमन्त्री के इस आदेश को होशंगाबाद-नरसिंहपुर संसद राव उदय प्रताप सिंह ने भी नहीं माना हैं।राव भी जनता के बीच ना तो नोट बंदी योजना के प्रचार प्रसार को लेकर दिख रहे हैं और ना ही जनता की सामान्य समस्याओं को लेकर उनसे मिल रहे हैं। पिपरिया विधानसभा की जनता अपने लाडले सांसद का मुंह देखने को तरस रही हैं।जनता का कहना हैं की सांसद को 4 लाख वोट से ज्यादा से जिताया हैं।परंतु वह जनता के बीच ज्यादा समय नहीं दे पा रहे हैं।वही लोगों का कहना हैं की सांसद जी को हर विधानसभा में महीने में एक दिन तो निर्धारित दिन-समय पर बैठना चाहिए ताकी जनता उनसे मिल सके।परंतु इसके उलट सांसद जी हर रविवार अपने गांव पर पैतृक निवास पर दरबार लगाया करते हैं जो पिपरिया-बनखेडी से बहुत दूर हैं जंहा पर केवल बीजेपी नेता ही पहुँच पाते हैं।

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