पिपरिया में और कितने किसानों की बलि लेंगें सत्ताधारी

पिपरिया में और कितने किसानों की बलि लेंगें सत्ताधारी


पिपरिया- विधुत मण्डल में सत्ताधारी और अधिकारीयों की जुगल जोड़ी इन दिनों खुल कर भरस्टाचार करने में जुटी हैं। इस भ्रष्ट्र जुगल जोडी को इस बात से कोई लेना देना नहीं हैं की इस खेल में किसान मरने को मजबूर हो रहे हैं। इलाके के विधुत मंडल कार्यालय में पदस्थ अधिकारीयों के भ्रस्टाचार के चलते किसान इतने परेशान हैं की अब वह मंडल कार्यालय में ही फाँसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त करने तक का निर्णय ले रहे हैं। ऐसा ही वाकया बुधवार को पिपरिया विधुत मंडल कार्यालय में हुआ जब आम के पेड पर कांठी सुरेला गांव के किसान रामकिशन किरार ने रस्सी से लटक कर आत्म हत्या का प्रयास किया। किसान को पेड़ पर फंदा लगाता देख कार्यालय के अधिकारीयों के होश उड़ गए।किसान के हाथ पैर जोड़ कर उसको पेड़ से उतार लिया गया।नीचे उतरे किसान ने बताया की उसके पास केवल ढाई एकड़ जमीन हैं। वह je गगन पाठक से बहुत परेशान हैं।पाठक के पास मैंने स्थाई बिजली कनेक्शन के लिए राशी भी जमा कर दी हैं।परंतु पाठक जी रोज सांडिया विधुत उप केंद्र पर बुलाकर उसे चक्कर कटवा रहे हैं।फसल सूखने की कगार पर पहुँच चुकी हैं।परंतु पाठक जी धयान नहीं दे रहे हैं।इसके पहले भी विधुत मंडल के भ्रस्ट्राचार से त्रस्त होकर पचलावरा गांव के कोटवार ॐ प्रकाश कोरी ने मिट्टी तेल डालकर आत्म कर ली थी। परंतु इसके बाद भी मंडल अधिकारीयों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही हैं। इस मामले के सामने आते ही कई किसानो ने बताया की सांडिया je गगन पाठक लगातार किसानो का शोषण कर रहा हैं।इसको सत्ता पक्ष के नेताओ का खुला संरक्षण प्राप्त हैं। कई बार गंभीर शिकायत होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही हैं।

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